अपने आप को खामोश रख आज एक कली फिर फूल बनेगी। अपने आप को खामोश रख आज एक कली फिर फूल बनेगी।
मुरझा गए है फूल हर एक डाली के नई कली अब यहाँ कोई खिलेगी नहीं मुरझा गए है फूल हर एक डाली के नई कली अब यहाँ कोई खिलेगी नहीं
एक कृष्ण की क्या क़िस्मत थी, लोगों के बीच अकेला था, एक मीरा मतवाली थी, कण-कण में कृष्ण को पाती थी... एक कृष्ण की क्या क़िस्मत थी, लोगों के बीच अकेला था, एक मीरा मतवाली थी, कण-कण ...
जब कलियाँ भी यहाँ महफ़ूज नहीं !! जब कलियाँ भी यहाँ महफ़ूज नहीं !!
बगिया का माली क्या जाने की आज जब फूल ही महफूज़ नहीं तो नन्ही कलियों की क्या बात करें बगिया का माली क्या जाने की आज जब फूल ही महफूज़ नहीं तो नन्ही कलियों की क्या बात क...
हर अंधेरे में उजाले का एहसास हैं बेटियाँ हर अंधेरे में उजाले का एहसास हैं बेटियाँ